भाषा : परिभाषा, भेद और उदारहण

ALL STUDENTS LIFE

भाषा किसे कहते हैं , परिभाषा, भेद और उदारहण : Bhasha Kise Kahate Hain


Bhasha-Kise-Kahate-Hain


हेल्लो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम आपको व्याकरण के टॉपिक भाषा के वारे में विस्तार में बताएँगे जहा पे आपको भाषा किसे कहते हे, भाषा के भेद, भाषा के उधाहरण, विस्तार में बताएँगे जो की आपको वर्ग 5,6,7,8,9,10,11 और 12 वी के विद्यार्थियोंके लिए बहुत ही जायदा महत्वपूर्ण हे जो की आपको हिंदी व्याकरण के परीक्षा में भी पूछी जाती हे, तो चलिए भाषा को विस्तार से जाने


भाषा का किसे कहते हैं : Bhasha Kise Kahate Hain

भाषा को विशेष ध्यान और समझ के साथ लिए गए अर्थपूर्ण शब्द, विधियों, संरचनाओं, और ध्वनियों का समूह माना जा सकता है जो मनुष्यों द्वारा बोली जाने वाली साधारण एकता की प्रतीति के रूप में उत्पन्न होता है। भाषा मनुष्यों के बीच संवाद के लिए माध्यम के रूप में काम करती है और विचारों, भावनाओं, और ज्ञान को साझा करने में मदद करती है। इसे चिन्हों, अक्षरों या शब्दों के जटिल श्रृंगार के माध्यम से व्यक्त किया जा सकता है।

भाषा के भेद: Bhasha ke bhed

  1. लिपि भाषा: यह भाषा लिपियों द्वारा लिखी जाती है, जैसे कि अंग्रेज़ी, हिंदी, स्पेनिश आदि।
  2. आख्यात भाषा: इसमें बोल द्वारा भाषा का उपयोग किया जाता है, जैसे कि भारतीय भाषाएं जैसे हिंदी, बंगाली, तमिल, इत्यादि।
  3. हस्त भाषा: इसमें हाथ के चिन्हों और संकेतों का उपयोग करके भाषा को व्यक्त किया जाता है, जैसे कि भारतीय भाषाएं जैसे भारतीय सांख्यिकी (गणित), भारतीय चिकित्सा (आयुर्वेद), भारतीय शास्त्रीय संगीत आदि।
  4. सांख्यिक भाषा: इसमें अंकों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि गणित और फिजिक्स में।
  5. चित्र भाषा: यह भाषा चित्रों और छवियों के माध्यम से व्यक्त की जाती है, जैसे कि लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा के अलावा, यह यातायात के चिन्हों, सार्वजनिक स्थानों पर विज्ञापनों, चित्र पुस्तकों आदि में भी प्रयोग की जाती है।

भाषा के उदाहरण: Bhasha ke udhaharan

  1. हिंदी भाषा में "नमस्ते" एक आम भव्यता शब्द है, जिसका उपयोग व्यक्तियों के बीच बधाई और स्वागत के रूप में होता है।
  2. अंग्रेज़ी भाषा में विज्ञापनों में स्लोगन "Just Do It" एक लोकप्रिय उदाहरण है जो नाइकी कंपनी के लिए उपयोग किया जाता है। यह लाइन न केवल उनके विज्ञापनों में अच्छे विक्रेता होने के बारे में संदेह उत्पन्न करती है बल्कि उनके विश्वसनीयता और उत्कृष्टता के साथ जुड़े भाव को भी प्रदर्शित करती है।

भाषा एक महत्वपूर्ण सामाजिक और संस्कृतिक तत्व है जो लोगों के बीच संवाद और संविधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।